By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
TECHNOKDJITECHNOKDJITECHNOKDJI
  • Home
  • टेक्नोलॉजी
    टेक्नोलॉजीShow More
    Samsung-Galaxy-s23-Ultra
    क्या आप सैमसंग गैलेक्सी S23 अल्ट्रा (Samsung Galaxy S23 Ultra) स्मार्टफोन को चाहते हैं खरीदना? इस ट्रिक को करें फॉलो मिलेगी बम्पर छूट!
    November 1, 2024
    Xiaomi-12-Lite
    मुफ्त में नई मूवी देखने के लिए टॉप 3 ऐप्स,जानिये ट्रिक्स !
    October 28, 2024
    क्रेडिट कार्ड का सुरक्षित उपयोग कैसे करें
    क्रेडिट कार्ड का सुरक्षित उपयोग कैसे करें व फ्रॉड से कैसे बचें ?
    September 11, 2024
    Infinix-GT-20-Pro
    Infinix GT 20 Pro Launched! जानें इस फोन के विषय में विस्तार से.
    May 10, 2024
    Infinix-Note-40-Pro-Plus-5G
    Infinix note 40 Pro Plus 5G Launched!जाने फीचर्स और डिस्काउंट में कैसे खरीदें ?
    April 14, 2024
  • वेब स्टोरीजHot
  • ऑटो मोबाइल्स
  • हेल्थ
  • सौंदर्य
  • और
    • भक्ति सागर
    • सरकारी नौकरी
    • मनोरंजन
    • खेल
Search
  • About US
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms and conditions
  • Sitemap
© 2024 TechnoKdji Social MDA HUB
Reading: इस विधि से करें पुर्णिमा व्रत, मिलेगा रोग,शोक एवं बंधत्व छुटकारा, purnima vrat katha/vidhan hindi
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
TECHNOKDJITECHNOKDJI
Font ResizerAa
  • Home
  • टेक ज्ञान
  • वेब स्टोरीजNew
  • ऑटो मोबाइल्स
  • स्वास्थ्य
  • खेल
  • भक्ति सागर
  • मनोरंजन
  • सरकारी नौकरी
  • सौंदर्य
Search
  • Home
  • टेक्नोलॉजी
  • वेब स्टोरीजHot
  • ऑटो मोबाइल्स
  • हेल्थ
  • सौंदर्य
  • और
    • भक्ति सागर
    • सरकारी नौकरी
    • मनोरंजन
    • खेल
Have an existing account? Sign In
Follow US
  • Advertise
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
- Advertisement -
TECHNOKDJI > Blog > भक्ति सागर > इस विधि से करें पुर्णिमा व्रत, मिलेगा रोग,शोक एवं बंधत्व छुटकारा, purnima vrat katha/vidhan hindi
भक्ति सागर

इस विधि से करें पुर्णिमा व्रत, मिलेगा रोग,शोक एवं बंधत्व छुटकारा, purnima vrat katha/vidhan hindi

Mishra Kuldeep
Last updated: June 2, 2022 11:18 am
Mishra Kuldeep - Content Writer And influencers
Share
13 Min Read
SHARE

क्या आप रोग,शोक एवं बंधत्व की समस्या से परेशान हैं?कीजिये बत्तीस पुर्णिमा का व्रत भगवान शिव जी की कृपा से पूर्ण होंगी आपकी सारी मनोकामनाएँ,द्वात्रिंसत पुर्णिमा व्रत को करने से व्रती की सारी कामनाएँ पूर्ण होती हैं,इस व्रत का महात्म्य स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने बताया है |

एक समय की बात है,माता देवकी ने श्री कृष्ण से पुंछा “हे कृष्ण तुम सारे संसार के उत्पन्न कर्ता ,पालन कर्ता एवं संघार कर्ता हो आज मुझसे कोई ऐसे व्रत के बारे मे विस्तारपूर्वक बताओ जिसको करने से मृत्युलोक मे स्त्रियों को वैधव्य का दुख न झेलना पड़े तथा यह व्रत पुत्र-पौ त्रा दि को देने वाला हो,माता देवकी के इन बातों को सुनकर भगवान श्री कृष्ण ने कहा हे माते-आपने मृत्युलोक मे प्राणियों के रक्षा के लिए बहुत ही सुंदर व्रत के बारे मे पुंछा है,मै ऐसे ही व्रत के बारे मे विस्तार पूर्वक बताता हूँ,आप ध्यान पूर्वक सुनिए |
 

भगवान कृष्ण ने कहा हे माता एक समय की बात है,इस धरातल पर धनेश्वर नाम का राजा रहता था,वह बहुत ही नेक और प्रजापालन मे बहुत ही निपुण था. घर मे धन-धान्य आदि की कोई कमी नहीं थी,परंतु उसको एक ही दुख था,की उसको कोई भी संतान नहीं थी इस दुख से वह बहुत ही दुखी रहता था. एक बार उस राजा के नागरी मे एक साधू भिच्छा माँगने के लिए आया,वह साधू गाँव के सभी घरों से भिच्छा लिया परंतु राजा के यहाँ से भिच्छा नहीं लिया,तब तो उस राजा को बड़ा ही दुख हुआ,राजा ने साधू के पास जाकर पुंछा-हे महात्मन आपने सभी घरों से भिच्छा लिया परंतु मेरे घर से भिच्छा नहीं लिया,इसका कारण क्या है. साधू ने जबाब दिया -हे राजन शास्त्रों मे लिखित है की जिसकी कोई संतान न हो उसके यहाँ भीख पतितों के तुल्य होती है,अर्थात मै पतित हो जाने के भय से तुम्हारे घर की भीख नहीं लिया|

तब तो उस राजा को बड़ा ही कष्ट हुआ,वह रोते हुये साधु के चरणों पर गिर पड़ा, बोला-हे महात्मन आप सामर्थ्यवान हैं मेरे इस घोर पीड़ा का निवारण करें,नहीं तो आप मुझे श्राप देकर भष्म कर दें ,राजा के ऐसे दुखद वाक्य को सुनकर उस साधु को दया आयी,और बोला-हे राजन आप घर जाओ कल सुबह आप नीद से उठोगे तो इस स्टैन के समीप आपको एक आम का वृच्छ दिखाई देगा जिस पर एक फल लगा हुआ होगा,उस फल को तोड़ कर अपनी स्त्री को दे देना स्नानादि निवृत्त होकर भगवान शिव जी का ध्यान करके इस फल को खालेगी तो भगवान शिव जी की कृपा से वह गर्भवती हो जाएगी |

purnima vrat kathavidhan hindi
सुबह जब राजा उठा तो स्थान के समीप ही एक आम का वृच्छ दिखाई दिया और उस पर एक फल लगा हुआ था,राजा ने सोचा की सचमुच ही यहाँ एक फल लगा हुआ है,और कोई दूसरा फल दिखाई नहीं दे रहा है,राजा मन ही मन अपार प्रसन्नता लिए हुये वृच्छ पर चढ़ने का प्रयत्न करने लगा,जब वह वृच्छ पर नहीं चढ़ पाया तो उसको बहत चिंता हुयी,तब वह विघ्न विनाशक गणेश जी से प्रार्थना करने लगा,जिसके फलस्वरूप गणेश जी की कृपा से वह वृच्छ पर चढ़ कर फल को तोड़ने मे सफल हुआ,तदुपरान्त फल को लेकर अपने घर को आया तथा अपने स्त्री से सभी वृत्तान्त बताया,उसकी स्त्री ने पति के बताए हुये नियमों के अनुसार फल को ग्रहण कर लिया,और वह भगवान शिव जी की कृपा से गर्भवती हो गयी|

 

purnima vrat kathavidhan hindi

कुछ दिनो बाद उसको एक संतान की प्राप्ति हुयी,जिसका नाम उन्होने देविदास रखा,माता पिता के अपार त्याग के कारण वह बालक दिनों-दिन शुक्ल पक्ष के चंद्रमा की भांति अपने पिता के घर मे बढ्ने लगा,एक दिन भगवान शिव जी राजा के स्वप्न मे आए औ बोले-हे राजन तुम्हारा पुत्र 16 वर्ष की आयु मृत्यु को प्राप्त हो जाएगा,तब तो बेचारे राजा को बहुत ही तकलीफ हुई,भगवान शिव जी से बोला-हे भगवान इतने कठिनाइयों के बाद मुश्किल से हमे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है,मेरे पुत्र को दीर्घायु कीजिये,तब भगवान शिव जी ने राजा को बताया की हे राजन तुम पुत्र को दीर्घायु बनाने के लिए द्वात्रिंसति अर्थात 32 पुर्णिमा का व्रत रखो,अगर तुम विधि पूर्वक बत्तीस पुर्णिमा का व्रत कर लोगे तो तुम्हारा पुत्र दीर्घायु यानि बड़ी आयु वाला हो जाएगा |

कुछ दिनो बाद उसको एक संतान की प्राप्ति हुयी,जिसका नाम उन्होने देविदास रखा,माता पिता के अपार त्याग के कारण वह बालक दिनों-दिन शुक्ल पक्ष के चंद्रमा की भांति अपने पिता के घर मे बढ्ने लगा,एक दिन भगवान ,तब तो बेचारे राजा को बहुत ही तकलीफ हुई,भगवान शिव जी से बोला-हे भगवान इतने कठिनाइयों के बाद मुश्किल से हमे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है,मेरे पुत्र को दीर्घायु कीजिये,तब भगवान 32 पुर्णिमा ,अगर तुम विधि पूर्वक बत्तीस पुर्णिमा का व्रत कर लोगे तो तुम्हारा पुत्र दीर्घायु यानि बड़ी आयु वाला हो जाएगा |

भगवान शिव जी के बताए हुये नियमों के अनुसार वह राजा सपत्नीक बत्तीस पुर्णिमा का व्रत प्रारम्भ कर दिया ,जब सोलहवां वर्ष प्रारम्भ हुआ तो राजा को बहुत ही चिंता होने लगी कि कहीं इस वर्ष मे हमारे पुत्र कि मृत्यु न हो जाए,अगर यह घटना हमारे समक्ष हो जाएगी तो हम लोग इसे कैसे सहन कर सकेंगे,फिर राजा ने अपने साले को बुलवाया और कहा कि हमारी इच्छा है कि देविदास एक वर्ष तक काशी मे जाकर विद्याध्ययन करे,उसको अकेला भी नहीं छोड़ना चाहते इसलिए साथ मे तुम चले जाओ,इस बात को राजा ने अपने शाले से नहीं बताया,और पुत्र को शाले के साथ काशी के लिए भेज दिया,रास्ते मे जब दोनों मामा-भांजे जा रहे थे तो उस गाँव मे एक कन्या का विवाह हो रहा था,मामा भांजे विश्राम करने के लिए उसी बारात मे रुक गए,संयोगवश जब लग्न का समय हुआ तो वर को धनुवार्त हो गया,फिर वर के पिता ने सोचा यह बालक {देविदास}मेरे पुत्र जैसा ही सुंदर है क्यौं ना पूजन आदि का कार्य इस लड़के के साथ करवा दूँ बाद मे विवाहादि का कार्य मै अपने पुत्र से करवा दूंगा ,फिर वर पिता देविदास के पास गया और बोला कि थोड़ी देर के लिए इस बारात का दूल्हा तुम बन जाओ मै तुम्हें बहुत सारी स्वर्ण मुद्राएं दूंगा,पहले तो देविदास तैयार नहीं हो रहा था,जब उसके मामा ने समझाया तो वह तैयार हो गया |

जब वह {देविदास} कन्या के साथ विवाह मे बैठा तो कन्या ज़ोर ज़ोर से उसका हाथ दबाने लगी और कहने लगी हे स्वामी आप उठिए और भोजन करिए आप निश्चित ही भुंखे होंगे,कन्या के इस बात पर देविदास कहने लगा कि ऐसा मत करिए मै इस बारात का दूल्हा नहीं हूँ थोड़ी देर के लिए मै पूजन आदि के कार्य को पूरा करने के लिए बैठाया गया हूँ,देविदास के ऐसे शब्दों को सुनकर कन्या कहने लगी कि ऐसा कैसे हो सकता है,यह व्रह्म विवाह के विपरीत है,मैंने देव अग्नि,कलश और गौरी को शाक्षी मानकर आपको अपना पति बनाया है आप ही मेरे पति हैं कोई अन्य नहीं हो सकता” कन्या के इन बातों को सुनकर देविदास मन ही मन बहुत दुखी हुआ तथा उसके आँखों से आँसू बहने लगे और कहने लगा कि ऐसा मत करिए मेरे साथ रहकर आपको कुछ मिलने वाला नहीं है क्यौंकी मेरी आयू बहूत कम है मेरे बाद आपकी क्या गति होगी,कन्या ने कहा हे स्वामी मै एक व्रह्म कन्या हूँ जो आपकी गति होगी वही मेरी भी होगी,देविदास ने बहुत समझाया परंतु वह कन्या नहीं मानी,|

 
देविदास ने अपनी पत्नी को एक रुमाल और अंगूठी दिया और कहा हे प्रिए इसे स्वीकार करो और इसे संकेत समझकर एक पुष्पवाटिका लगालो उसको प्रतिदिन जल से सींचा करो मेरा जीवन और मरण जानने के लिए इस वाटिका को दैनिक देखा करो जिस दिन मेरा प्राणान्त होगा ये पुष्प सूख जाएगा और जब यह फिर से हरा हो जाए तो समझ लेना कि मै जीवित हूँ,इसमे कोई संदेह मत समझना |
 

इतना सब कहने के पश्चात वह अपने मामा के साथ काशी के लिए प्रस्थान कर दिया,जब सोलहवां वर्ष प्रारम्भ हुआ  देविदास अपने कमरे मे विश्राम कर रहा था,उसी समय काल से प्रेरित होकर स्वयं यमराज एक विषैले सर्प के वेश मे उसके कमरे मे प्रकट हुये

इस विधि से करें पुर्णिमा व्रत, मिलेगा रोग,शोक एवं बंधत्व छुटकारा, purnima vrat kathavidhan hindi

सर्प के विश कि ज्वाला इतनी भयंकर थी कि पूरा कमरा विषैला हो गया था,तथा विश के प्रभाव से देवीदास बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा,तदु उपरांत यमराज उसके शरीर से प्राण को निकालने का प्रयत्न करने लगे,उधर उसकी स्त्री अपने पति के प्राणो को बचाने के लिए प्रयत्न कर रही थी,जब उसने देखा कि पुष्पवाटिका मे पत्र पुष्प कुछ भी नहीं रहे तो उसको बड़ा आश्चर्य हुआ और सोचा कि ये कैसे हुआ,उसी समय माता पार्वती के साथ शंकर जी देविदास के कमरे मे आ पहुंचे ऐसे दुखद दृश्य को देखकर माता पार्वती ने भगवान शिव जी से कहा कि हे दयानिधान इसकी मा ने पहले ही 32 पूर्णिमाओं का व्रत प्रारम्भ कर दिया है,इसलिए हे प्रभु इस बालक को प्राण दान दीजिये, पार्वती जी के कहने पर शिव जी ने प्राण दान दे दिया |जब देविदास कि स्त्री ने देखा कि पुष्पवाटिका मे स्थित सभी पत्र -पुष्प फिर से हरे हो गए हैं तो वह समझ गयी कि मेरे पति जीवित हो गए हैं,वह अपार हर्ष के साथ अपने पिता के पास आयी और बोली हे पिता जी मेरे पति जीवित हो गए हैं आप उनको ढूढ़िए |फिर कुछ दिन बाद देविदास अपने मामा के साथ स्वयं अपने ससुर के यहाँ आया,अपने दामाद को आया देखकर स्वसुर ने गाँव मे बहुत बड़ा प्रीतिभोज कार्यक्रम रखा और बहुत सारे ब्राह्मणो को दान दक्षिणा देकर प्रसन्न किया |

भगवान श्रीकृष्ण ने कहा कि हे माते ये मेरा वचन है इसमे कोई संदेह मत करना,कलियुग मे जो कोई स्त्री इस व्रत को विधिपूर्वक करेगी उसको जन्म जन्मांतरों तक वैधव्य का दुख नहीं भोगना पड़ेगा,तथा यह व्रत परम सौभाज्ञ देने वाला होगा |
 

  • क्या आप सैमसंग गैलेक्सी S23 अल्ट्रा (Samsung Galaxy S23 Ultra) स्मार्टफोन को चाहते हैं खरीदना? इस ट्रिक को करें फॉलो मिलेगी बम्पर छूट!
  • मुफ्त में नई मूवी देखने के लिए टॉप 3 ऐप्स,जानिये ट्रिक्स !
Share This Article
Facebook Copy Link Print
Share
इस पोस्ट के बारे में अपनी राय प्रस्तुत करें !
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Wink0
ByMishra Kuldeep
Content Writer And influencers
Follow:
Hello Friends! My name is Kuldeep Mishra — I am a Blogger, Content Creator, and the Founder of Techno Kd Ji. Through my platform, I share insightful and valuable content on a wide range of topics including Online Money Earning Methods, Digital Marketing, Blogging, Technology, Health, Beauty Tips, and Affiliate Marketing. My mission is to empower readers with practical knowledge and strategies that help them grow both personally and professionally in the digital world.
Previous Article gettyimages 153135506 612x612 1 » जान अब्राहम की पत्नी{ priya runchal} किसी परी से नहीं हैं कम,फिर भी लाईम लाइट से रहती हैं दूर, जान अब्राहम की पत्नी{ priya runchal} किसी परी से नहीं हैं कम,फिर भी लाईम लाइट से रहती हैं दूर,
Next Article गलवान विवाद: आज भारत और चीन के बीच होगी राजनयिक स्तर की बातचीत, bharat chin seema vivad
Leave a Comment Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लेटेस्ट न्यूज़🔥

Samsung-Galaxy-s23-Ultra
क्या आप सैमसंग गैलेक्सी S23 अल्ट्रा (Samsung Galaxy S23 Ultra) स्मार्टफोन को चाहते हैं खरीदना? इस ट्रिक को करें फॉलो मिलेगी बम्पर छूट!
टेक ज्ञान
November 1, 2024
Xiaomi-12-Lite
मुफ्त में नई मूवी देखने के लिए टॉप 3 ऐप्स,जानिये ट्रिक्स !
टेक ज्ञान मनोरंजन
October 28, 2024
क्रेडिट कार्ड का सुरक्षित उपयोग कैसे करें
क्रेडिट कार्ड का सुरक्षित उपयोग कैसे करें व फ्रॉड से कैसे बचें ?
टेक ज्ञान
September 11, 2024
श्री राम कथा प्रथम दिवस
श्री राम कथा दिवस 4 श्रीराम बाल लीला
भक्ति सागर
August 3, 2024
- Advertisement -

ABOUT-US

Techno KD ji is a Professional News Platform. Here we will provide you only interesting content, which you will like very much. We‛re dedicated to providing you the best of News, with a focus on dependability and Political news,Crime,tech, Entertainment,Sarkari Naukari And Much More.

Quick Link

  • MY BOOKMARK
  • INTERESTSNew
  • CONTACT US
  • BLOG INDEX
  • Web StoriesHot

Top Categories

  • ऑटो मोबाइल्सHot
  • टेक ज्ञानUpdated
  • भक्ति सागर
  • सौंदर्यTrending
  • स्वास्थ्यNew

Sign Up for Our Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Follow Us On Google News

TECHNOKDJITECHNOKDJI
Follow US
© 2024 TECHNO KDJI SOCIAL MDA HUB All Rights Reserved.
  • About US
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms and conditions
  • Sitemap
कृपया हमसे जुड़ें !
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें !और सभी नवीनतम कंटेंट का त्वरित आनंद उठायें .
कोई स्पैम नहीं सदस्यता को किसी भी समय रद्द करें .
adbanner