कहते हैं न की तिरिया {स्त्री} का चरित्र और मनुष्य का भाग्य कब पलट जाए कोई भरोषा नहीं है,ऐसा ही जीता जागता वाक्या क्रिकेट जगत के एक खिलाड़ी के साथ हुआ है,एक समय पर इस खिलाड़ी के पास खाने के लिए जेब मे पैसे नहीं थे,रोजनदारी करके अपनी और अपने परिवार का जीविकोंपार्जन करता था उसके जीवन यापन के लिए रोजनदारी के पैसे कम पड़ जाते थे,लोग कहते हैं की भगवान सीधे तौर पर किसी की सहायता नहीं करते हैं ,वो किसी ना किसी को माध्यम जरूर बनाते हैं ऐसा ही कुछ चेन्नई सुपरकिंग्स के तेज गेंदबाज केएम आशिफ के साथ हुआ है,एक समय पर उनके पास कुछ खाने पीने को नहीं था परंतु चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान एमएस धोनी के असीम प्रेरणा एवं सहयोग से केएम आशिफ को चेन्नई सुपर किंग्स मे खेलने का मौका मिला है |
Espn Cricket Info के मुताबिक केएम आशिफ को बचपन से ही क्रिकेट से बहुत लगाव था परंतु गरीबी ने उनके करियर को झकझोर दिया था,केएम आशिफ एक गरीब परिवार मे पैदा हुये थे उनके पिता एक मजदूर थे आशिफ के छोटे भाई की दिमागी हालत खराब तथा उनकी बहन छोटी बहन ब्रेन इंजरी से परेशान है ऐसे मे आशिफ के ही मेहनत से पूरे परिवार का जीवन यापन होता है |
बीजू जार्ज (beezu jorge) ने espn को बताया की जब मै आशिफ से मिला तो उनकी तेज गेंदबाजी और ऐक्शन से काफी प्रभावित हुआ,और उसी दिन से मैंने सोच लिया था की कभी न कभी आशिफ को आईपीएल या इंटरनेशनल क्रिकेट मे खेलने का मौका दिलवाऊंगा ,आपको बतादें की बीजू जार्ज (beezu jorge) आईपीएल के कई टीमों मे फील्डिंग कोच तथा सहायक कोच के रूप मे अपनी सेवाएँ दे चुके हैं |
2017-2018 मे केएम आशिफ को सैयद मुस्ताक अली ट्रॉफी मे खेलने का मौका मिला इसके बाद आशिफ ने गोवा के खिलाफ t20 मे डेब्यु किया उस मैच मे कोमेंटेटर की भूमिका मे लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन थे उनको आशिफ की गेंदबाजी बहुत पसंद आई थी तदु उपरांत उन्होने ने चेन्नई सुपरकिंग्स मे ट्रायल के लिए भेजा और आशिफ का सेलेक्सन कर लिया गया |
2017 मे संजु सैमसन के कहने पर उनको दिल्ली डेयरडेविल्स मे बतौर गेंदबाज़ शामिल किया गया था ,आज एमएस धोनी के प्रेरणा एवं सहयोग से आशिफ को चेन्नई सुपर किंग्स मे बतौर गेंदबाज के रूप मे सेलेक्ट किया गया है और आशिफ आईपीएल मे अपने जलवा को बिखेरने के लिए तैयार हैं |
इस पोस्ट के अंतर्गत csk मे बतौर बॉलर की भूमिका मे खेलने वाले केएम आशिफ के संघर्ष के बारे मे बताया गया है |