गलवान घाटी: भारत और चीन की सेनाएँ आमने सामने आ गयी थीं,जिसके बाद दोनों देशों की सेनाओं मे हिंसक झड़प हुई,इस हिंसक झड़प मे दोनों तरफ काफी नुकसान हुआ,भारत के बीस जवान वीरगति को प्राप्त हुये,सेना के सूत्रों के अनुसार बताया गया की इस हिंसक झड़प मे चीन के भी 40/50 जवान मारे गए,जिससे चीनी सेना मे काफी दहसत है,चीन के राष्ट्रपति बार बार भारत पर दबाव बना रहे हैं कि किसी भी तरह से सीमा पर उत्तपन्न तनाव को कम किया जाए,चीन के इसी आह्वान पर दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की वार्ता हुई थी,सैन्य स्तर की वार्ता के बाद आज दोनों देशों के बीच राजनयिक स्तर की वार्ता होगी,इस वार्ता मे भारत और चीन के संयुक्त सचिव बात चीत करेंगे,भारत के तरफ से संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव और चीन के तरफ से डीजी सीमा विभाग बातचीत मे शिरकत करेंगे |
इससे पहले सम्पन्न हुई दोनों देशों के सैन्य स्तर की बात चीत मे भारत ने अपना रुख पहले ही साफ कर दिया था “कि सीमा पर हालात तभी सुधरेंगे जब चीन 5 मई वाली स्थिति वापस लौटेगा,आपको बतादें की भारत के इसी बात पर ड्रैगन थोड़ा नरबस हुआ और बार बार भारत से सीमा पर उत्पन्न तनाव को कम करने के लिए आग्रह कर रहा है |
22 जून को दोनों देशों के बीच गलवान घाटी स्थित मोल्डो मे दोनों देशों के बीच हुये कोर कमांडरों की बैठक मे दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को खत्म करने के लिए सहमति बनी,चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रेस कोंफ्रेस के दौरान बताया की दोनों देशों के बीच गलवान घाटी मे उत्पन्न तनाव को कम करने के लिए सहमति बनी,और दोनों देश इससे सहमत हैं,हम भारत के साथ अपने सम्बन्धों को और भी प्रगाढ़ बनाना चाहते हैं |