रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान बताया कि अप्रैल महीने में चीन ने ईस्टर्न लद्दाख
, की सीमा पर सैनिकों और हथियारों की संख्या में काफी वृद्धि की है,
मई महीने में कई बार चीन के तरफ से हमारे सैनिकों के पेट्रोलिंग में व्यवधान पैदा किया गया है।
Home Minister Rajnath Singh to give statement in #LokSabha yesterday’s violence during #BharatBandh protests. (File Pic) pic.twitter.com/TIZdXvuVb0
— ANI (@ANI) April 3, 2018
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कल मंगलवार को लोकसभा में पिछले दिनों पैंगोत्सो और गलवान वैली में चीन के साथ क्या क्या हुआ है इसकी जानकारी दी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अगस्त से लेकर सितंबर तक चीनी सैनिकों ने एलएसी पर क्या क्या हरकत की इसके बारे में बताया ,साथ ही साथ चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कितनी बार घुसपैठ की कोशिश की इसकी पूरी जानकारी लोकसभा में रक्षा मंत्री ने अपने स्पीच के दौरान बताया ।
रक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि अप्रैल में लद्दाख की सीमा पर चीन ने अपने सैनिकों और हथियारों को बढ़ाया है , मई महीने में चीन के तरफ से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हमारे सैनिकों के पेट्रोलिंग में व्यवधान पैदा किया गया । इसी बीच मई महीने में ही चीन के तरफ से Western सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की गई, परंतु हमारे जांबाज सैनिकों ने समय रहते ही एक्शन मोड में आकर चीन के घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया ।
इस मामले पर राजनाथ सिंह ने बताया कि हमने चीन को कूटनीतिक ढंग से बताया कि सीमा पर हम किसी भी तरह से शांति स्थापित करना चाहते हैं परंतु हमें उकसाया गया तो हम शांति नहीं बैठेंगे, दोनों देशों के कमांडरों ने 6 जून को सीमा पर शांति स्थापित करने हेतु मीटिंग की, और सीमा पर आक्रामकता कम करने के लिए सहमति बनी, परंतु चीन ने सभी समझौतों की अवहेलना कर आक्रामक रुख इख्तियार कर लिया, इसके बाद 15 जून को गलवान में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में हमारे 20 जवान शहीद हुए चीन को भी इसमें बहुत नुकसान हुआ था इसमें चीन के भी कम से कम 60 सैनिक मारे गए थे ।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखना जरूरी है, इसी कारण हमारी ओर से, military, डिप्लोमेटिक तौर पर बातें हो रही है ताकि दोनों पड़ोसियों के बीच एक अच्छा संबंध स्थापित हो सके, रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा का दोनों देशों को सम्मान करना चाहिए LAC पर किसी भी प्रकार की घुसपैठ या आक्रामकता नहीं होनी चाहिए, इसके बावजूद भी चीन के तरफ से 29 अगस्त को घुसपैठ की कोशिश की गई, जिसका हमारे भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया था ।
रक्षा मंत्री ने कहा कि अभी भी वास्तविक नियंत्रण रेखा के अंदरूनी क्षेत्रों पर चीन ने भारी सैनिक टुकड़ियां, और घातक हथियार जैसे गोला बारूद, tank इत्यादि का भारी संख्या में जमावड़ा किया है, पूर्वी लद्दाख और गोंगरा, कोंगका ला,पैंगोंग लेक का उत्तर और दक्षिण बैंक्स पर कई ऐसे इलाके हैं जहां आज भी गतिरोध है ।
राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन ने 1993 में हुए समझौते का उल्लंघन किया है, लेकिन भारत ने इसका पालन किया हैजो बीच-बीच में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव की खबरें आई हैं इसका उत्तरदाई चीन है, सीमा पर शांति स्थापित करने की कोशिश सिर्फ हमारी तरफ से की जा रही है लेकिन चीन हमारे इस कोशिश को नजरअंदाज करते हुए सीमा पर ढेर सारे सैनिक बलों और हथियारों का जमावड़ा किया है हम चीन को यह संदेश देना चाहते हैं कि सीमा पर किसी भी प्रकार की उकसावे वाली गतिविधि को हम स्वीकार नहीं करेंगे हमारे भारतीय जवान फ्रंट पैनल पर तैयार है चीन के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने में सक्षम हैं। हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए तत्पर हैं।
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