भाजपा के पूर्व नेता व राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी ने ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2012 राष्ट्रपति चुनाव में प्रणब मुखर्जी को ममता बनर्जी वोट नहीं देना चाहती थे जबकि वो यूपीए से उम्मीदवार थे । |
भाजपा के पूर्व नेता व राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी ने ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में प्रणब मुखर्जी को ममता बनर्जी वोट नहीं देना चाहती थीं जबकि वो UPA से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे, ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि मैं बंगाल की बेटी हूं प्रणब मुखर्जी को वोट नहीं करूंगी जबकि प्रणब मुखर्जी को बंगाल पुत्र के नाम से जाना जाता है ममता बनर्जी अपने स्वार्थ के वशीभूत किसी को भी नहीं समझती हैं। ममता की करनी और कथनी में जमीन आसमान का फर्क है ,हम लोग शुभेंदु अधिकारी के साथ 12 से ज्यादा सांसद थे और हमने कहा था कि हम प्रणब मुखर्जी को वोट देंगे परंतु ममता बनर्जी को लगा कि इससे पार्टी में दरार आ जाएगी फिर ममता बनर्जी ने दुख भरे शब्दों में कहा था कि मुझे प्रणब मुखर्जी को वोट देना पड़ रहा है ।
गौरतलब है कि बंगाल में विधानसभा चुनाव नजदीक है, चुनावी कैंपेन में दीदी जोर शोर से लगी हुई हैं पिछले दिनों प्रचार के दौरान ममता दीदी चोटिल हो गइं थीं, डॉक्टरों की विशेष टीम ने उनका इलाज किया था और डॉक्टरों ने कहा था कि ममता दीदी को कुछ दिनों आराम की जरूरत है फिर भी ममता बनर्जी अपने चुनावी कैंपेन में व्हीलचेयर पर बैठे-बैठे लोगों से वोट मांग रही हैं, चुनावी जनसभाएं कर रही हैं, अब देखना यह जरूरी है की ममता दीदी जिस तरह से इमोशनल कार्ड खेल रही हैं जनता उनका कितना समर्थन करती है?
2012 में प्रणब मुखर्जी UPA की ओर से राष्ट्रपति के उम्मीदवार थे। तब ममता जी ने उनका विरोध किया।उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रणब मुखर्जी को वोट नहीं देंगे। वे खुद बंगाल की बेटी है तो प्रणब मुखर्जी भी बंगाल के पुत्र थे। उनकी करनी और कथनी में फर्क है:BJP नेता दिनेश त्रिवेदी pic.twitter.com/TQl2kFlEmJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 18, 2021