ममता बनर्जी को कौन नहीं जानता वे हमेशा से रामनवमी दुर्गा पूजा जैसे हिंदू कार्यक्रमों से परहेज रखती थीं , कोई उनके सामने जय श्री राम का नारा लगा दे तो मानो उनको बुखार सी चढ़ आती थी, लेकिन बंगाल चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने जो हिंदुत्व कार्ड खेला है ममता दीदी चारों खाने चित हो गई है उनको मालूम हो चुका है कि बिना हिंदुओं के चुनाव जीत पाना असंभव है, पश्चिम बंगाल चुनाव में ममता एक के बाद एक अप्रत्याशित रणनीति अपना रही हैं, नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की घोषणा करने को लेकर मंगलवार को ममता दीदी ने जो हिंदुत्व कार्ड खेला है उससे बंगाल की आवाम आश्चर्य चकित है |
जब मंगलवार को पहली बार नंदीग्राम में चुनाव प्रचार करने पहुंची तो सबको लग रहा था कि ममता दी दी यहां पर मुस्लिम वोट बैंक ज्यादा होने की वजह से मुस्लिम कार्ड खेलेंगी परंतु ममता दीदी को बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड ने इतना भयभीत कर दिया है कि यहां पर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के बाद भी ममता दीदी ने हिंदुत्व कार्ड खेल दिया ।
हिंदुओं को लुभाने के लिए पहले ही दिन ममता दीदी ने तीन मंदिरों का किया दौरा
आपको अवगत कराते चलें कि बरतला में ममता दीदी ने जनसभा के बाद यहां से सीधे 13 किलोमीटर दूर स्थित हरि मंदिर पहुंच गयीं जहां पर सबसे पहले ममता ने पूजा अर्चना की इसके बाद पास ही स्थित दुर्गा मंदिर गई और वहां पर पूजा की, हिंदुत्व कार्ड में कोई कसर ना रहे इसको देखते हुए ममता दीदी दुर्गा मंदिर से थोड़ी ही दूर पर स्थित जगन्नाथ मंदिर गयीं और भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना की, आपको बताते चलें कि ममता दीदी बहुत ही चतुर एवं राजनीति में परिपक्व हैं उन्होंने स्थिति को देखते हुए बेहद चतुराई से हिंदू कार्ड खेला है ममता बनर्जी है भलीभांति जान ती हैं कि नंदीग्राम के 35 परसेंट मुस्लिम उनके साथ ही रहेंगे और अगर थोड़ा बहुत मुस्लिम वोट खिसक भी गया तो ज्यादातर मुस्लिम वोट उन्हीं को मिलेगा, अब सवाल हिंदू वोटों का है , ममता दीदी को मालूम है कि ज्यादातर हिंदू वोट बीजेपी के खाते में जाते दिख रहे हैं , जिनको बचाने की जद्दोजहद में दीदी ने मंदिरों में जाकर हिंदू कार्ड खेला है ।