भारत और चीन के बीच तनाव दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है, ड्रैगन ऊपर से तो बातचीत के माध्यम से सीमा पर शांति स्थापित करने के लिए बहाने बनाता है लेकिन अंदर से उसकी मंशा कुछ और होती है लेकिन भारत के जांबाज बड़े ही चतुर ता और निडरता से चीन के हर एक मंसूबों पर पानी फेर देते हैं, चीन को विश्वास ही नहीं होता, आपको बता दें कि पिछले 20 दिनों से भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव, चरम पर है आपको बता दें कि भारतीय जवानों ने चीन के मंसूबों पर पानी फेरते हुए चीनी सीमा पर लगने वाली छह बड़ी पहाड़ियों को अपने कब्जे में ले लिया है जिससे ड्रैगन बौखलाया हुआ है इन्हीं पहाड़ियों पर कब्जा कर ड्रैगन भार त के जवानों पर दबाव बनाना चाहता था ।
सूत्रों के हवाले से यह भी बताया गया कि ब्लैक टॉप और हेलमेटटॉप पहाड़ियां वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी हिस्से में हैं, जबकि भारत के द्वारा कब्जा की गई चोटियां एलएसी के भारतीय हिस्से में हैं, सूत्रों ने यह भी बताया कि भारतीय सेना द्वारा चोटियों पर कब्जा करने के पश्चात चीनी सेना ने अपने संयुक्त ब्रिगेड की लगभग 3000 टुकड़ियों को तैनात किया है ।
आपको बतादें कि चीनी सेना के आक्रामकता को देखते हुए भारतीय जवान बहुत संयम के साथ काम कर रहे हैं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल,सीडीएस जनरल बिपिन रावत जैसे विशिष्ट अधिकारियों के निगरानी में ही सभी सैन्य ऑपरेशन किए जा रहे हैं है ।