भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव बरकरार है, बाहर से तो चीन बातचीत के माध्यम से शांति स्थापित करने की बात करता है यह सभी जानते हैं की चीन की कथनी और करनी में बहुत बड़ा फर्क होता है, आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच करीब 5 महीने से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध जारी है चीन लगातार भारत को धमकाने की कोशिश कर रहा है, कई बार फिल्मी स्टाइल में अपने आर्मी के प्रोपेगैंडा वीडियोज सूट कर सोशल मीडिया पर वायरल करता है और भारत को यह दिखाने की कोशिश करता है कि भारत की सेना चीन के सामने बहुत कमजोर है अगर युद्ध हुआ तो भारतीय सेना चीन से सामना नहीं कर सकती ।
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी गतिरोध के बाद एक बार फिर से carfs commander स्तर की बातचीत हो रही है इस बीच भारतीय वायु सेना के नए लड़ाकू राफेल विमानों ने लद्दाख के मोर्चे को संभाल लिया है, चीन अच्छी तरह से जानता है कि भारत के राफेल नए जनरेशन के विमान हैं इनसे सामना करना बहुत ही मुश्किल है ।
समाचार एजेंसी के हवाले से कहा गया है कि, चीन के हर एक गतिविधियों पर भारतीय वायुसेना पैनी नजर रख रही है, भारतीय वायुसेना के सबसे बड़े लड़ाकू राफेल और Mig-29 जैसे विमान लद्दाख के आसमानों में गर्जना कर रहे हैं, तथा अपाचे और चिनूक हेलीकॉप्टर रसद सामग्री/अन्य सैन्य उपकरण पहुंचाने का काम कर रहे हैं ।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीते दिन संसद में बयान दिया था कि भारत बातचीत से मसले को सुलझाना चाहता है, लेकिन भारतीय सेना किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है और LAC में कोई भी बदलाव नहीं होने देगी. हमारी भारतीय सेना अलर्ट मोड पर है चीन कोई भी दुस्साहस करने की कोशिश करेगा तो भारतीय सेना उसे माकूल जवाब देगी, आपको बता दें कि पिछले 20 दिनों में भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लगने वाली 6 नई बड़ी पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया है ।