राजस्थान के करौली में एक पुजारी को जमीन विवाद के चलते जिंदा जलाकर मार दिया गया था, घायल अवस्था में पुजारी को हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन उपचार के दौरान पुजारी की मृत्यु हो गई,अगर यही घटना उत्तर प्रदेश या किसी अन्य बीजेपी शासित प्रदेशों में हुई होती तो देश के सारे सेकुलर सरकार पर हमला बोल देते पिछले दिनों हाथरस में हुई घटना के मद्देनजर कांग्रेस युवा नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने हाथरस के लिए कूंच कर दिया था परंतु प्रशासन की सख्ती के बाद उनको नोएडा में ही रोक दिया गया था, अब राजस्थान में हुई इस जघन्य हत्या पर भैया और दीदी शांत बैठे हैं, ये लोग सिर्फ बीजेपी को नीचा दिखाना जानते हैं,अगर कोइ घटना इनके अधिकार क्षेत्र में घटित होती है तो इन्हे मालूम ही नहीं पड़ता जैसे कानों में तेल डालकर कुंभकरण की भांति सोए हों, इनको जन हित से कोई प्रेम नहीं होता बल्कि न इनका प्रेम सिर्फ और सिर्फ अपने राजनैतिक कैरियर को चमकाना होता है, हाथरस में हुए घटना क्रम से तो यही प्रतीत होता है,इनकी यही भावना रहती है, “फूट डालो राजनीति करो” ।
कांग्रेस और गहलोत की चुप्पी को देखते हुए भाजपा के केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार पर बड़ा प्रहार किया है. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा आपको शर्म नहीं आती इतने बड़े जघन्य अपराध पर शांत बैठे हो जैसे तुम्हें इस कृत्य के बारे में मालूम ही ना हो , अच्छे भले सौहार्द प्रिय राजस्थान को बंगाल बनाना चाहते हो ? शुक्रवार को केंद्रीय जल मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्विटर पर गहलोत सरकार पर हमला करते हुए लिखा की”करौली में एक मंदिर के पुजारी को जिंदा जला देना राजस्थान की दुर्दशा का हा ल बयां कर रहा है. अशोक गहलोत जी राजस्थान को बंगाल बनाना चाहते हो? या राजस्थान को जिहादियों के हाथों में सौंप दिया?या इसका भी कोई ठीकरा अपने युवराज की तरह मोदीजी या योगीजी पर फोड़ोगे?षड्यंत्रों से समय मिले तो थोड़ा काम भी कर लिया करें”
एक नजर पूरे मामले पर
राजस्थान करौली स्थित बुकना गांव में मंदिर के पुजारी पर पेट्रोल छिड़ककर जलाने की कोशिश की गई थी पुजारी की स्थिति गंभीर होने पर हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन अत्यधिक जले होने के कारण पुजारी की मृत्यु हो गई, पुजारी की मृत्यु हो जाने के बाद राजधानी जयपुर सहित करौली जिले में पुजारियों और ब्राह्मण समाज के तरफ से पुजारी की निर्मम हत्या पर घोर विरोध देखा जा रहा है ।
बजरंग दल, ब्राह्मण समाज,भाजपा एवं पुजारी संप्रदाय की तरफ से पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर आरोपियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है.इसके साथ ही पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा तथा परिवार में एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही गई है, इन मांगों के पूरा ना होने की स्थिति में घोर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है ।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने तत्परता दिखाते हुए 6 special team का गठन कर इस मामले में प्रमुख आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है,और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है ।