जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के घर गुपकार घोषणा(पीपुल्स अलायंस फॉर डिक्लेरेशन) बैठक का आयोजन किया गया है जिसके अंतर्गत जम्मू कश्मीर के कई अलगाववादी नेता सम्मिलित हुए हैं. इसी बैठक में फारूक अब्दुल्ला ने एक स्टेटमेंट दिया जिसके अंतर्गत उन्होंने कहा कि, जो लोग भ्रामक विचारधारा का प्रचार कर रहे हैं की गुपकार राष्ट्र विरोधी है वे लोग गलत हैं। हम बस भाजपा विरोधी हैं इसका मतलब यह तो नहीं कि हम राष्ट्र विरोधी हैं. हमारे अंदर भी अपने देश के प्रति कुर्बान होने की भावना व्याप्त है. भारतीय जनता पार्टी ने अपने सत्ता के मद में जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर कश्मीर वासियों के मानवाधिकार का हनन किया है. हम चाहते हैं कि कश्मीर वासियों की आजादी फिर से वापस आए. फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि वो लोग हमें धर्म के नाम पर विभाजित करना चाहते हैं परंतु उनके यह गलत प्रयास कभी भी कामयाब नहीं हो सकते. हम भी भारतवासी हैं हमारे भी अंतर मन में भारत के प्रति कुर्बान होने की भावना प्रवाहित है. एक तरफ हम 370 हटाने की बात करते हैं तो दूसरी तरफ अपने देश के प्रति प्रेम की भावना से जम्मू और लद्दाख में क्षेत्र की क्षेत्रीय स्वायत्तता की भी बात करते हैं ।
आपको अवगत कराते चलें कि गुपकार बैठक 15 अक्टूबर को भी फारूक अब्दुल्ला के घर हुई थी जिसमें पूरी बातें नहीं हो पाई थी फारुख अब्दुल्ला ने कहा था की कुछ दिनों में फिर से बैठक करके आगे की रणनीति बनाई जाएगी जिसके उपरांत इस गुपकार बैठक का आज फिर से महबूबा मुक्ति के घर आयोजन किया गया है । बता दें कि गुपकार (people’s alliance for declaration) का गठन कश्मीर में धारा 370 हटाने के एक दिन पहले ही हुआ था. यह समूह कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के लिए लड़ाई लड़ रहा है. इस समूह का गठन 22 अगस्त 2019 को हुआ था । गुपकार(people’s alliance for declaration) समूह जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए हटाए जाने को असंवैधानिक बताया था और ऐलान किया था की इस धारा को हम उखाड़ फेंकेंगे