नेपाल चीन के बहकावे में आकर भारत से लगातार अपने रिश्तो को खराब करने में लगा हुआ है कहा जाता है कि नेपाल और भारत के रिश्ते पूर्व में बहुत प्रचुर रहे हैं, भारत और नेपाल के बीच में रोटी बेटी जैसा रिश्ता थे लेकिन चीन के बहकावे में आकर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली चीन के झोली में बैठ कर भारत से पंगा मोल ले रहे हैं, नेपाल के प्रधानमंत्री ओली की बुद्धि चीन के बहकावे में इतनी भ्रष्ट हो गई है कि कभी भारत के किसी सीमा को अपना बताने लगते हैं तो कभी भारतीय सैनिकों की निगरानी के लिए अपने सैनिकों की तैनाती करने में कोई कसर नहीं छोड़ते, इसके उपरांत भी भारत की तरफ से लगातार यही कोशिश रही है कि किसी भी तरह से नेपाल और भारत के बीच रिश्ते मधुर हों, इसी को देखते हुए भारत सरकार के तरफ से बिहार के मधुबनी जयनगर से नेपाल के लिए ट्रेन चलाई जाएगी, यह ट्रेन सेवा जयनगर से होते हुए नेपाल के वर्दीवास तक चलाई जाएगी ।
आपको बता दें कि जयनगर से नेपाल के लिए बने हुये ट्रैक पर गुरुवार को DMU ट्रेन को रवाना किया गया इस ट्रेन में रेलवे के कुछ अधिकारी भी बैठे हैं, यह ट्रेन शाम को वापस आ जाएगी, इस दौरान रेलवे अधिकारी ट्रेन के संचालन से संबन्धित सभी उपकरणों इत्यादि की जांच करेंगे इसके बाद नेपाल और भारत के कुछ अधिकारी मिलकर फैसला करेंगे की इस ट्रेन को किस दिन से चलाया जाए ।
Development projects being inaugurated that will benefit the people of Bihar. #BiharKaPragatiPath https://t.co/EASdYznLKK
— Narendra Modi (@narendramodi) September 18, 2020
हालांकि रेलवे सूत्रों के अनुसार इस ट्रेन के परिचालन को नवरात्र से प्रारंभ किया जाएगा, जयनगर से नेपाल के बीच ट्रेन को 9 स्थानों पर रोका जाएगा, यह ट्रेन 5 हाल्ट तथा 142 पुलों से होते हुए नेपाल तक जाएगी ।
जयनगर से नेपाल तक जाने के लिए ट्रेन का रूट।
जयनगर, इनरवा, खौजली, वेदही, कुर्था, सिंघराही, पिपराही, विजलपुरा और बर्दीवास.