Prevent Stress and Insomnia: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों में तनाव व अवसाद होना आम बात है।और घोर तनाव के चलते अनिद्रा की समस्या भी हो जाती है, देश की एक शोध के अनुसार देश में 51.236%लोग अवसाद के चलते अनिद्रा की घातक समस्या से जूझ रहे हैं,पूरे दिन काम एवम भागदौड़ के कारण शरीर थक जाता है,जिसके फलस्वरूप रात में बिस्तर पर जाने के बाद उन्हें नीद नही आती रात भर आंखे खोलकर जागते रहते हैं,जिससे उनका तनाव और भी बढ़ जाता है,रात भर अच्छी नीद न आने के चलते उनके शरीर में थकान आंखों में दर्द,जलन व कई और अन्य शारीरिक और मानसिक समस्याओं का जन्म हो जाता है,हेल्थ विशेषज्ञों के अनुसार शरीर को चुस्त एवम दुरुस्त रखने के लिए कम से कम 8घंटे की नीद लेना अनिवार्य है ,मनोवैज्ञानिक आधार पर रात में भी जिन लोगों का दिमाग काम करना बंद नहीं करता है उन्ही को अनिद्रा की शिकायत होती है,ऐसे में लोगों को कुछ प्राकृतिक उपाय अपना कर अच्छी नीद लेने के प्रयास करने चाहिए। आज के इस पोस्ट के माध्यम से आपको हेल्थ विशेषज्ञों के राय के आधार पर कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिनका अनुसरण करके अनिद्रा, डिप्रेशन, व अवसाद से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं ।
मनोवैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर अत्यधिक विचारों के मंथन के चलते नीद न आने की समस्या किसी के भी साथ घटित हो सकती है,इस अवस्था में पीड़ित व्यक्ति की चिंताएं अत्यधिक बढ़ जाती हैं,जिससे पीड़ित व्यक्ति को नीद लेने के लिए बहुत ही मशक्कत करनी पड़ती है,और मशक्कत के बाद भी व्यक्ति सो नहीं पाता है,जिससे पीड़ित के मन में कई तरह उल्टे विचार आने लगते हैं,कई बार तो नीद न आने के चलते आत्महत्या करने तक का विचार मन में आने लगता है ।हालांकि तनाव में मात्र अनिद्रा की शिकायत ही नहीं होती। कई बार चिंता व तनाव की स्थिति में लोग बिस्तर पर जाते ही खर्राटे लेने लगते हैं और लंबी नींद लेते हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह स्थिति भी खतरनाक होती है। ऐसे में अगर आप अनिद्रा की समस्या से पीड़ित हैं तो इसे Racing Thoughts यानी विचारों का विचरण कहते हैं। इस अवस्था में लोग आंखे बंद करते जागते हैं।
अनिद्रा और रेसिंग थाॅट्स{विचारों का विचरण} होने का कारण
तनाव और चिंता के चलते दिमाग अति गतिशील हो जाता है,इस स्थिति का सामना तब करना पड़ता है जब आस पास का वातावरण बिलकुल शांत होता है,ये कष्टप्रद स्थिति किसी के भी साथ हो सकती है लेकिन Racing, Thoughts {विचारों का विचरण} को केवल एंग्जाइटी डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों की समस्या माना जाता है, पर यह जरूरी नहीं है। जिन्हें लगता है कि वह चिंतित वह परेशान नहीं हैं, उन्हें भी यह समस्या हो सकती है। तनाव की यह स्थित किसी भी कारण से हो सकती है,जैसे की व्यापार हानि,नौकरी छूट जाना,प्रियजन का निधन,गर्लफ्रेंड की दूसरे व्यक्ति से विवाह आदि,ऐसे में जरूरी यह हो जाता है की कैसे भी करके तनाव को कम किया जाए ।
अनिद्रा और रेसिंग थॉट्स {विचारों के विचरण} का लक्षण क्या होता है
Racing Thoughs {विचारों का विचरण} इस समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को रात में कमरे की लाइट्स इत्यादि बंद कर देने पर भी नीद नही आती है,वह बार बार उठकर इधर उधर टहलने लगता है,और फ़िर बिस्तर पर यह सोचकर लेट जाता है की शायद उसे नीद आ जाए मुश्किल तो तब और बढ़ जाती जब उसे फिर नीद नही आती है,इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को कई बार कड़ी मशक्कत के बाद भी भोर तक भी नीद नही आती है,जिसके फलस्वरुप पूरे शरीर में कम्पन व क्रोध भी आने लगता है ।
बेहतर नींद की तैयारी के लिए मनोचिकित्सकों द्वारा बताए हुए कुछ प्रो टिप्स जिन्हे फॉलो करते हुए आप अच्छी नींद ले सकते हैं
•सोने से पहले बच्चों के साथ गेम इत्यादि खेलें
•योगा व प्रे करें
•थोड़ी देर संगीत व टेलीविजन भी देख सकते हैं
•फिर अपने मस्तिष्क को शीतलता देने के लिए ठंडे पानी से धोएं ,और ठंडा तेल मालिश करें
•बेहतर नीद के लिए दिमाग को स्थिर रखने की कोशिश करें
•नींद आने में कम से कम 1 घंटे लग सकते हैं
•घबराएं बिल्कुल नहीं धैर्य रखें
•बिस्तर पर जाने के बाद तुरंत नींद ना आए तो नर्वस मत होइए
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