गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी (माफिया) का गुरुवार देर रात कार्डिएक अरेस्ट के कारण देहांत हो गया ,गुरुवार को रमजान का रोजा समाप्त करने के बाद दस्त होने की शिकायत के बाद बेहोशी हालत में बांदा जिला जेल में बंद गैंगस्टर-राजनेता को आज शाम तबीयत बिगड़ने के बाद रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहाँ 9 चिकित्सकों की टीम इलाज कर रही थी लेकिन एकाएक कार्डियक अरेस्ट के चलते मुख्तार अंसारी की मृत्यु हो गयी .
पूर्वी यूपी के मऊ से पांच बार विधायक रह चुके मुख्तार अंसारी प्रॉपर्टी व्यवसाय में शामिल थे मुख्तार अंसारी पर कुल 60 से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज थे मुख़्तार अंसारी ने बीजेपी विधायक कृष्णा नन्द राय पर 500 राउंड गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी,पूर्वी यूपी में मुख्तार की तूती बोलती थी,वह रिवाल्वर का बहुत शौक़ीन था जो विदेशों से इम्पोर्ट करवाता था मुख्तार के पतन की शुरुआत तब हुई जब 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी, 2005 से यूपी और पंजाब में सलाखों के पीछे थे। मुख्तार पंजाब की जेल में दो साल बिताए और कड़ी क़ानूनी लड़ाई के बाद योगी सरकार के द्वारा अप्रैल 2021 में बांदा जेल वापस लाया गया .मुख्तार अंसारी दो बार बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा। उन्होंने आखिरी बार 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ा था,जिसमे उनको जीत हासिल हुई थी.
मुख्तार की मौत के बाद कांग्रेस के तरफ से बयान आया है जिसमे कहा गया है की मुख्तार अंसारी को जहर देकर मारा गया है,मुख्तार अंसारी के पोस्टमार्टमका विडियो ग्राफी के निगरानी में हो वहीँ बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा मुख्तार अंसारी कई बार अपनी सेहत को लेकर शिकायत किये थे परन्तु उनके शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया उनके साथ लापरवाही हुई है .
पूरे यूपी में धारा 144 लागू, बांदा, मऊ, गाज़ीपुर और वाराणसी में बढ़ाइ गई सुरक्षा
मुख्तार अंसारी को अस्पताल लाये जाने के तुरंत बाद ही भारी पुलिस बल अस्पताल परिशर के बाहर तैनात कर दिया गया, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि अंसारी की मौत की पुष्टि के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है,अतःकानून व्यवस्था को बनाये रखने की अनुसंशा की जाती है .